महाकुंभ 2025: संगम में मची भगदड़, 30 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल

By Shiv

Updated on:

प्रयागराज में बुधवार तड़के महाकुंभ के दौरान भयंकर भगदड़ मच गई, जिसमें 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए। मौनी अमावस्या के अवसर पर लाखों श्रद्धालु संगम पर पुण्य स्नान के लिए पहुंचे थे, लेकिन भारी भीड़ के चलते हालात बेकाबू हो गए और त्रासदी घटित हो गई। प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक कई जिंदगियां खत्म हो चुकी थीं।

ALSO READ – वॉशिंगटन डीसी विमान दुर्घटना: सैन्य हेलीकॉप्टर और यात्री विमान के बीच हवा में टक्कर की पूरी जानकारी

Maha Kumbh Havoc 2025: Chaos at Sangam, 30 Dead, Several Injured

A massive stampede erupted at the Sangam in Prayagraj during the early hours of Wednesday amid the Maha Kumbh, leaving 30 dead and over 60 injured. Millions of devotees had gathered to take the holy dip on the sacred occasion of Mauni Amavasya, but the uncontrollable crowd led to a tragic disaster. Rescue operations were launched immediately, yet the damage had already been done.


महाकुंभ भगदड़ के 10 बड़े अपडेट

1. श्रद्धालुओं की बेकाबू भीड़ बनी हादसे की वजह

ALSO READ – आर्विंद केजरीवाल को चुनाव आयोग का कड़ा नोटिस: हरियाणा में जहरीला पानी मिलाने के आरोप पर विस्तृत उत्तर की मांग

मंगलवार रात 7:35 बजे से ही श्रद्धालुओं ने संगम क्षेत्र में जमा होना शुरू कर दिया था, क्योंकि इसी समय मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त प्रारंभ हुआ था। रात 2 बजे तक लाखों की भीड़ उमड़ आई, जिससे स्नान घाटों पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई।

2. स्थिति हुई अनियंत्रित, अफरा-तफरी मची

रात 2 बजे तक सब कुछ सुचारू रूप से चल रहा था, लेकिन जब श्रद्धालु स्नान के बाद बाहर निकलने लगे, तब भीड़ में धक्का-मुक्की बढ़ गई। अव्यवस्थित निकासी मार्ग और भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिससे कई श्रद्धालु गिरकर कुचल गए।

3. चश्मदीदों का बयान: एक ही समय पर बढ़ी भीड़ बनी कारण

ALSO READ – यूपी पुलिस पीईटी एडमिट कार्ड: 3 फरवरी को डाउनलोड के लिए उपलब्ध, फिजिकल 10 फरवरी से होंगे शुरू

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ का मुख्य कारण यह था कि मौनी अमावस्या के शुभ मुहूर्त के दौरान एक साथ हजारों श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ गए। सुबह 3 बजे के विशेष स्नान समय पर हर कोई पहले स्नान करना चाहता था, जिससे हालात बेकाबू हो गए।

4. अमृत स्नान बाधित, फिर दोपहर में शुरू हुआ

भगदड़ के बाद अखाड़ों का पारंपरिक अमृत स्नान अस्थायी रूप से रोक दिया गया। हालांकि, दोपहर के बाद स्थिति नियंत्रण में आने पर इसे फिर से शुरू किया गया। अन्य घाटों पर स्नान चलता रहा, लेकिन सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए।

5. पुलिस का बयान: बैरिकेड टूटने से मची भगदड़

ALSO READ – आगरा – ताज महोत्सव 2025: कैलाश खेर और श्रेया घोषाल की प्रस्तुति का जादू

महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण ने शाम को प्रेस वार्ता में बताया कि श्रद्धालुओं के भारी दबाव के कारण बैरिकेड्स टूट गए, जिससे कई लोग गिर गए और भगदड़ मच गई। “करीब 90 लोग घायल हुए, जिनमें से 30 की मौत हो चुकी है,” उन्होंने कहा।

6. मृतकों की पहचान जारी, कई राज्यों के लोग शामिल

पुलिस ने अब तक 25 मृतकों की पहचान कर ली है। इनमें चार कर्नाटक, एक असम और एक गुजरात के श्रद्धालु शामिल हैं।

7. भीड़ नियंत्रण में प्रशासन फेल

डीआईजी कृष्ण ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई जगह बैरिकेड्स लगाए गए थे, लेकिन श्रद्धालुओं के दबाव के कारण वे गिर गए। “जैसे ही बैरिकेड्स गिरे, लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे और भगदड़ मच गई,” उन्होंने बताया।

8. 7.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया गंगा स्नान

अधिकारियों के अनुसार, बुधवार को कुल 7.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम और अन्य घाटों पर स्नान किया।

9. प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने इस त्रासदी को “बेहद दर्दनाक” बताया।

10. न्यायिक जांच और मुआवजे की घोषणा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की। इस समिति में जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वी.के. गुप्ता और पूर्व आईएएस वी.के. सिंह शामिल हैं।

इसके अलावा, मृतकों के परिवारों को ₹25 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। “इस दुखद घटना की तह तक जाना जरूरी है,” मुख्यमंत्री ने कहा। मुख्य सचिव और डीजीपी गुरुवार को प्रयागराज पहुंचकर हादसे की विस्तृत जांच करेंगे।